बेसिक व माध्यमिक स्कूलों के शिक्षक मंगलवार को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। समस्याओं के समाधान और मांगें पूरी नहीं होने से नाराज शिक्षक जिला स्तर पर धरना-प्रदर्शन भी करेंगे। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के आह्वान पर इसे अन्य शिक्षक संगठनों ने भी समर्थन दिया है।
स्कूलों में कार्य बहिष्कार से शिक्षण व्यवस्था बाधित हो सकती है। इसके मद्देनजर अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों और बेसिक शिक्षा अधिकारियों को परिषदीय स्कूलों में पठन-पाठन सुचारु रखने और शिक्षण व्यवस्था को बाधित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि शिक्षकों ने लंबित मांगों और विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए पिछले साल पांच सितंबर को शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस मनाकर सरकार का विरोध जताया था। इसके बाद 11 से 13 सितंबर तक जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया।
8 नवंबर को सभी विधायकों को ज्ञापन दिए गए। 21 नवंबर को लखनऊ के ईको गार्डन में शिक्षकों ने महारैली कर सरकार से मांगे पूरी करने का आग्रह किया। लेकिन सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की। इससे नाराज सभी शिक्षकों ने 21 जनवरी को सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर रहकर विद्यालयों में तालाबंदी का निर्णय किया है।